फसल बुवाई की विधियाँ व बुवाई के आधुनिक यंत्र – किसान भाइयों कृषि में अधिकतम लाभ हेतु फ़सलों की बुवाई का कार्य सबसे महत्वपूर्ण व सावधानी भरा होता है । बीजों की बुवाई अगर ठीक तरीक़े से नही हुई तो इसका सीधा असर फ़सलोत्पादन पर पड़ता है और किसान भाइयों बड़े पैमाने पर हानि का सामना कर पड़ता है । इसलिए बीज शैय्या की तैयारी के लिए कुछ विशेष बिंदुओ पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए जैसे –
बीज की मात्रा (seed rate )
बीज की उचित गहराई (depth of seed)
बीज का अंतरण या उचित दूरी (spacing )
किसान भाइयों कृषि में उत्पादन बीज अंकुरण के बजाय इस बात पर भी निर्भर करता है कि बीज की मात्रा कितनी है ? बीज बोए गये बीजों की गहराई कितनी है ? बीज को कितनी दूरी पर बोया गया है ? बीज की मात्रा कम या अधिक होने से पौधों की अनियमित अल्पता/बढ़वार से उपज पर विपरीत प्रभाव पड़ता है । वहीं बीज अधिक उथला अथवा गहराई पर बोने से बीजों के बीज अंकुरण प्रभावित होता है । बीज बुवाई में उचित दूरी अथवा अंतरण का ध्यान रखना चाहिए । निर्धारित दूरी पर बुवाई से अति सघनता के कारण पौध की बढ़वार नही रूकती । सभी पौधों में पोषक तत्वों का समान वितरण होता है ।
फ़सल बुवाई की विधियाँ –
१ – छिटकवाँ विधि (broadcasting method )
२ – डिबलर द्वारा बुवाई (dibbling sowing methods of seeds )
३ – पक्तियों में बुवाई करना –
देशी हल के पीछे बुवाई करने करने की विधि
नाई के प्रयोग से बुवाई करने की विधि
कल्टीवेटर द्वारा बुवाई की विधि
बैलों से चलने वाली सीड ड्रिल से बुवाई करना
ट्रैक्टर से चलने वाली सीड ड्रिल से बुवाई करना
४ – प्लांटिंग –
रो क्रोप रोपण
चैक रो रोपण
हिल ड्रॉप रोपण
१ – छिटकवाँ विधि (broadcasting method ) –
१ – छिटकवाँ विधि बुवाई की सबसे प्राचीन व परंपरागत विधि है खेत की तैयारी के पश्चात उचित नमी को को संरक्षित करने के बाद किसान भाई शाम के समय में छिटकवाँ विधि (broadcasting method ) से खेत की बुवाई करें । बुवाई के बाद हल अथवा कल्टीवेटर से बीज को मिट्टी से से ढक देते हैं । इस बुवाई की विधि में फ़ायदा यह है इसमें किसी मशीन की ज़रूरत नही होती,साथ ही प्रति इकाई के हिसाब से समय भी कम लगता है और काम अधिक होता है । घास व पौध घरों में बीज इसी विधि से अधिकतर बोए जाते हैं । छिटकवाँ विधि से बुवाई के कुछ नुक़सान भी हैं जैसे – इसके बीज की मात्रा अधिक लगती है । साथ ही बीज निश्चित गहराई पर होते । अंतरण निश्चित ना होने से निराई गुड़ाई के लिए आप किसी मशीन उपयोग नही कर सकते हैं